कक्षा 09 इतिहास पाठ 3 उदारवादी एवं राष्ट्रवादी (1857 AD to 1919 AD) Notes & Important Question Answer
👉 प्रश्न/उत्तर को अंग्रेज़ी माध्यम में देखने के लिए यहाँ Click करें। Chapter Notes 1857 ई. की क्रांति वास्तव में ईस्ट इण्डिया कपंनी के शासन के प्रति जनता के संचित असंतोष का और विदेशी शासन के प्रति उनकी घृणा का परिणाम थी। इस क्रांति में भारतीय सैनिकों, राजाओं, नवाबों, सरदारों, किसानों तथा जनता ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। इस क्रांति ने भारत में ब्रिटिश शासन की जड़ें हिला कर रख दी। इस क्रान्ति के पश्चात् नए भारत का उदय हुआ तथा भारत में संगठित राष्ट्रीय जागृति का उत्थान हुआ। दूसरी तरफ अंग्रेज कभी भी 1857 ई. की क्रांति को भूल नहीं पाए। 1885 ई. में एक अंग्रेज ए.ओ. ह्यूम द्वारा कांग्रेस गठन भारतीयों में बढ़ रहे असंतोष को कम करने के लिए किया गया था। उदारवादी – 1857 ई. की क्रांति के बाद शिक्षित भारतीयों में राजनीतिक जागरूकता जागृत करने के लिए कई राजनीतिक संगठनों की स्थापना हुई जैसे : इंडियन लीग, इंडियन एसोसिएशन, बोम्बे एसोसिएशन, पूना सार्वजनिक सभा इत्यादि। एक अंग्रेज अधिकारी ए. ओ. ह्यूम ने भारतीय नेताओं के सहयोग से 1885 ई. में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना की। भारत के राष्ट्रीय आंदोलन म...